ये ट्रक वाले भी ना, क्या क्या लिखते हैं
हमारे देश में ट्रकों पर बहुत सारे सदविचार लिखे हुए मिल जाते हैं, लेकिन कभी कभी ये इतने फनी भी हो जाते हैं की हंसने को दिल करता है.
आती क्या खंडाला, क्या बात है…. ये ट्रक वाला भी शायद आमिर खान और रानी मुखर्जी का बड़ा वाला भक्त है.
सही है, ये गाडी तो ईराक के पानी से ही चलेगी.
हे भगवान्! ये तो हम सबकी जलाने में लगा है.
पर आप ने तो दिल्ली में कांग्रेस और भाजपा की बैंड बजा दी. अब क्या कहेंगे.
ये हिन्दुस्तानियों ने अंग्रेजी का क्या हाल बन दिया. अंग्रेज भी शरमा जाएंगे.
ये है असल हिंदुस्तानी. अपना घर अपना देश सबसे महान. हम तो लखनऊ को भी लन्दन से कम नहीं समझते हैं.
गाडी चलाने वाले की दिल की दास्ताँ. सही में बेचारा घर से बेघर हो जाता है. महीनो में घर का चक्कर लग पाता है. बड़ी कठिन जिंदगी है इन ट्रक वालों की भी.
किसके इन्तजार में है ये कुंवारा स्टाफ.
ये पढ़ लो अंग्रेजी. समझ में आ गयी तो अच्छा है नहीं तो कोई बात नहीं. बेचारा अंग्रेज तो अपना सिर पीट लेगा. और हम हिन्दुस्तानी कुछ मुस्कराएंगे.
जिंदगी की हकीकत से वाकिफ है ये ट्रक वाला. अगर गर्लफ्रेंड होती तो पूरी कमाई उसके खर्चे उठने में ही चली जाती.
हंस मत पगली प्यार हो जाएगा.. सही कह रहा है.
क्या बात है… लेकिन कुछ लोग मानते कहाँ हैं, खुद तो हरिद्वार पहुँचते ही हैं और दूसरों को भी पहुंचा देते हैं.
इससे तो दूर ही रहो. कहीं पीछे पड़ गयी तो सुनामी की तरह ही ले डूबेगी.
हॉर्न धीरे से बजाएं, नहीं तो ऑन्टी पुलिस बुला लेगी…
ओह माई गॉड!! हम तो हम, अंग्रेज भी शरमा जाएंगे इस अंग्रेजी पर.
“बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला” तो हमने भी सुना था, पर ये तो एकदम नया है.
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