यह सीट है ख़ास, जिस पार्टी का प्रत्याशी जीता उसी पार्टी की सरकार बनी

कासगंज विधान सभा सीट उत्तर प्रदेश की ऐसी सीट है की यहां से 1974 से जिस भी पार्टी का उम्मीदवार जीता है वो ही पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. लेकिन 1996 में भाजपा ने यह सीट जीती थी और सबसे बड़ी पार्टी भी बनी थी लेकिन सपा और बसपा ने मिलकर सरकार बनाई थी.

 

यहां लगभग 65000 लोध, 42000 ब्राह्मण और लगभग 40000 दलित समेत कुल वोटर 3.44 लाख हैं.

 

1974 से अब तक का कासगंज सीट का सफरनामा:

 

  • 1974, 1980, 1985 में कांग्रेस से मनपाल सिंह जीते और कांगेस की सरकार बनी.
  • 1977 में इमरजेंसी के बाद जनता पार्टी की लहर में नेतराम सिंह जीते.
  • 1989 में जनता पार्टी के गोवर्धन सिंह जीते और मुलायम सिंह यादव सीएम बने.
  • 1991 में नेतराम सिंह जीते और बीजेपी की सरकार बनी.
  • 1996 में कल्याण सिंह जीते और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन सपा-बसपा की सरकार बनी.
  • 2002 में सपा के मनपाल सिंह जीते और पार्टी की सरकार बनी.
  • 2007 में बसपा से हसरत उल्लाह जीते और मायावती की सरकार बनी.
  • 2012 में मनपाल फिर जीते और सपा की सरकार बनी.
  • 2017 इस चुनाव में भाजपा के देवेंद्र सिंह राजपूत की कांटे की टक्कर से सपा के हसरत उल्ला शेरवानी से है

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