मेरा नाम ही “माया” है, मेरे पास “माया” की कमी कैसे हो सकती है: माया बनाम मौर्या विवाद
“दलित नहीं दौलत की बेटी” पर मचे बवाल के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा का दामन छोड़ दिया है लईकिन इसके बाद भी अभी घमासान जारी है. आरोपों और प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चूका है. मौर्या ने मायावती पर पैसे के बदले टिकट बेचने के आरोप लगाए है.
वहीँ मायावती ने कहा है की मौर्या अपने बेटे बेटियों के लिए टिकट चाहते थे और बसपा में परिवारवाद की कोई जगह नहीं है. मौर्या पहले से दलबदलू रहे हैं और मुलायम सिंह के साथी हैं. अगर उन्हें अपने बेटे बेटियों के लिए टिकट चाहिए तो सपा से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती है क्यूंकि वहां सिर्फ परिवारवाद ही चलता है.
दौलत की बेटी के जवाब में उन्होंने कहा की उनके पास माया की कोई कमी हो भी कैसे सकती है क्यूंकि उनके माँबाप ने उनका नाम ही “माया” रखा है. उन्होंने कहा की बसपा के कार्यकर्ताओं ने कभी भी धन की कमी नहीं होने दी है. हमारे समर्थित कार्यकर्ता अपनी हैसियत के हिसाब से पार्टी को चंदा देते हैं.
देखते हैं मौर्या किस पार्टी में घर बनाते हैं, क्यूंकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पहले से ही एक मौर्या है, इसलिए ज्यादा सम्भावना सपा की तरफ मुड़ने की है.