हिन्दुस्तान की हालत का अंदाज़ा लगाओ
अपनी मातृ भाषा की किस तरह धज्जियाँ उड़ाते हैं ये सरकारी नोटिस बोर्ड. क्या आपने गौर किया है इस तरह के नोटिस बोर्ड पर?
एक हमारा देश ही ऐसा है जहां पर सबसे ज्यादा कानून की धज्जियाँ उड़ाने वाले सरकारी और राजनीतिक लोग होते हैं. भ्रष्टाचार का पैसा नीचे से लेकर ऊपर तक बटता है और भ्रष्टाचार को खोलने वाला सबूत न जुटा पाने के कारण खुद ही परेशान होता है. उसके पीछे सारी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग भ्रष्ट राजनीतिज्ञ करने लगते हैं.
अगर कोई पुलिस वाला किसी छुटभैये की बात भी नहीं मानता है तो वो या तो ट्रांसफर कर दिया जाता है या फिर सस्पेंड कर दिया जाता है.
धन्य है मेरा देश जहां पर गुंडे और बाहुबली गुंडागर्दी के बल पर चुनाव जीतते हैं और देश के लिए संसद में बैठकर कानून बनाते हैं.
सरकारी संस्थाओं की हालत ऐसी है की बिना कुछ लिए दिए कोई काम नहीं होता है. अगर कोई शिकायत करता है तो रिश्वत लेने वाले को नहीं बल्कि मजबूरी में देने वाले को गिरफ्तार कर लिया जाता है.
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